कोरांव, प्रयागराज। भगवती मानव कल्याण संगठन (बीएमकेएस) और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी (बीएससीपी) उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से माँग की है कि तीर्थराज प्रयागराज के साथ ही समूचे उत्तरप्रदेश को नशामुक्त घोषित किया जाए और सबसे पहले तो होम बार लायसेंस देने के फरमान को वापस लिया जाए।
तत्सम्बंध में गत दिवस संगठन एवं पार्टी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा कोरांव के उपजि़लाधिकारी शुभम श्रीवास्तव को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया।
सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख है कि अभी हाल ही में शासन द्वारा होम बार खोलने की मंज़ूरी दी गई है, उत्तरप्रदेश शासन के इस निर्णय से हर घर की सुख-शांति छिनने में देर नहीं लगेगी। मुख्यमंत्री महोदय को मालूम होना चाहिए कि शराब पीने वाला व्यक्ति केवल शराब ही नहीं पीता है, बल्कि अपने माँ-बाप की खुशियाँ, उनकी प्रतिष्ठा, पत्नी का सकून, बच्चों के सपने, सभी कुछ शराब के घूँट में पी जाता है।
इतना ही नहीं, प्रदेश में बढ़ते अपराधों में नशे का सबसे अहम भूमिका है और जब तक शराब सहित सभी मादक पदार्थों के धंधे पर प्रतिबन्ध नहीं लगाया जायेगा, तब तक अपराधों पर अंकुश लगाना संभव नहीं है। शासन चाहे $कानून-व्यवस्था का जितना ढिंढोरा पीट ले, लेकिन नशे के आगे सबकुछ व्यर्थ है। बलात्कार, लूट, हत्या आदि जघन्य अपराधों में नशे की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता।
बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओं का नारा, बहन, बेटियों की सुरक्षा व सम्मान आदि की बातें पूरी तरह बेमानी है, क्योंकि प्रयागराज सहित पूरे उत्तरप्रदेश में शराब सहित अन्य नशों का कारोबार चरम पर है।
ज्ञापन के अन्त में मुख्यमंत्री से माँग की गई है कि जनहित, समाजिक न्याय, महिलाओं, बहन-बेटियों की सुरक्षा व सम्मान, युवाओं के बेहतर भविष्य व धार्मिक सुचिता को दृष्टिगत रखते हुए प्रयागराज व सभी धार्मिक स्थलों सहित पूरे उत्तरप्रदेश से नशे का कारोबार बन्द किया जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में गायत्री प्रसाद चतुर्वेदी, उमाकान्त तिवारी, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, चन्द्रिका प्रसाद सिंह, रघुराज कुशवाहा, हरीलाल सिंह, गजरात सिंह, विजय बहादुर सिंह, शिवकुमार मौर्य एवं नीलेश तिवारी सहित संगठन एवं पार्टी के अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल रहे।